परमात्मा व्यक्ति नहीं है उसका, साक्षात्कार नहीं हो सकता, परमात्मा शक्ति है लेकिन शक्ति, भी पढार्थगत नहीं है आत्म गत है, इसलिए उसका पहला अनुभव, स्वयं में प्रवेश पर ही होता है। OSHO
अज्ञान ही पाप है शेष पाप, तो उसकी छाया मात्र है। OSHO
कठोर श्रम ही, तप है। OSHO
आत्मविश्वास का अभाव, ही सभी अंधविश्वासों, का जनक है। OSHO
कार्य कर लेने के बाद, जिसका एहसास होता है, वह है क्रोध। OSHO
हमेशा याद रखें कि जो, सामने है वह सच है, उसके बाद जो कुछ भी है, वह सिर्फ संभावना है। OSHO
जीवन आज और अभी है, उसे कभी अतीत या, भविष्य में ना देखें। OSHO
किसी चीज को दबाना उसे शक्ति, देने का दूसरा नाम है। OSHO
भोले बाबा की पूजा करेंगे, तभी सारे बिगड़े काम बनेंगे, महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं |
जिनके रोम-रोम में शिव हैं वही, विष पिया करते हैं, जमाना उन्हें क्या जलाएगा जो, श्रृंगार ही अंगार से किया करते हैं, शुभ महाशिवरात्रि |
नागिन के दिया ना तोल के दिया, मेरे भोलेनाथ ने जिसे भी दिया, दिल खोल के दिया, शुभ महाशिवरात्रि।
दिखावे की मोहब्बत से, दूर रहता हूँ मैं, इसलिए भोले के नशे मे, चूर रहता हू मैं, शुभ महाशिवरात्रि |
कैसे कह दूँ कि मेरी हर, दुआ बेअसर हो गई, मैं जब-जब रोया तब-तब, महादेव को खबर हो गई, शुभ महाशिवरात्रि।
करूँ क्यों फ़िक्र कि मौत के बाद, जगह कहाँ मिलेगी, जहाँ होगी मेरे महादेव की महफ़िल, मेरी रूह वहाँ मिलेगी, शुभ महाशिवरात्रि |
शंकर की ज्योति से, नूर मिलता है, भक्तों के दिलों को, सकूं मिलता है, शिव के द्वार आता है, जो भी, सबको फल जरूर, मिलता है, शुभ महाशिवरात्रि।
पी के भांग ज़मा लो रंग, ज़िन्दगी बीते खुशियों के संग, लेकर नाम शिव भोले का, दिल में भरलो शिवरात्रि की उमंग।
ॐ में ही आस्था, ॐ में ही विश्वास, ॐ में ही शक्ति, ॐ में ही सारा संसार, ॐ से होती है अच्छे, दिन कि शुरुवात, बोलो ॐ नमः शिवाय, हैप्पी शिवरात्रि |
शिव की शक्ति से शिव की भक्ति से खुशियों की बहार मिले महादेव की कृपा से आप सब दोस्तों को जिंदगी, में प्यार मिले महाशिवरात्रि के, पावन अफसर पर शुभ कामनाएं |
शिव की महिमा अपार, शिव करते सबका उद्धार, उनकी कृपा आप पर सदा बनी रहे, और आपके जीवन में आयें, खुशियाँ हज़ार ।
जैन लोग बुद्ध को इतना, प्रेम करते हैं, कि वो उनका मज़ाक भी, उड़ा सकते हैं, ये अथाह प्रेम कि, वजह से है, उनमे डर नहीं है | OSHO
अर्थ मनुष्य द्वारा बनाये गए हैं , और चूँकि आप लगातार अर्थ, जानने में लगे रहते हैं, इसलिए आप अर्थहीन, महसूस करने लगते हैं | OSHO
जैन एकमात्र धर्म है, जो एकाएक आत्मज्ञान, सीखता है, इसका कहना है कि, आत्मज्ञान में समय नहीं, लगता ये बस कुछ ही, क्षणों में हो सकता है | OSHO
आत्मज्ञान एक समझ है, कि यही सबकुछ है, यही बिलकुल सही है, बस यही है आत्मज्ञान, कोई उप्लाब्धि नही है, यह ये जानना है, कि ना कुछ पाना है, और ना कहीं जाना है | OSHO
आप जितने लोगों को चाहें उतने लोगों, को प्रेम कर सकते हैं इसका ये मतलब, नहीं है कि आप एक दिन दिवालिया हो, जायेंगे और कहेंगे, अब मेरे पास प्रेम नहीं है, जहाँ तक प्रेम का सवाल है , आप दिवालिया नहीं हो सकते | OSHO
प्रेम तब खुश होता है, जब वो कुछ दे पाता है, अहंकार तब खुश होता है, जब वो कुछ ले पाता है | OSHO
खुद को खोजिये नहीं तो, आपको दुसरे लोगों के, राय पर निर्भर रहना पड़ेगा, जो खुद को नहीं जानते | OSHO
कभी ये मत पूछो मेरा, सच्चा दोस्त कौन है?” पूछो, “क्या मैं किसी का सच्चा दोस्त हूँ?” ये सही प्रश्न है | OSHO
गंभीरता एक बीमारी है, आत्मा की सबसे बड़ी, बीमारी और चंचलता, सबसे बड़ी सेहत है | OSHO
सम्बन्ध उनकी, ज़रुरत हैं , जो अकेले नहीं, रह सकते | OSHO
आकाश में एक अकेले ऊँचे, शिखर की तरह रहो, तुम्हे किसी का हो चीजें, किसी की होती हैं | OSHO
जीवन कोई त्रासदी नहीं है, ये एक हास्य है जीवित, रहने का मतलब है, हास्य का बोध होना | OSHO
जिस दिन आप ने सोच लिया कि आपने, ज्ञान पा लिया है आपकी मृत्यु हो जाती, है क्योंकि अब ना कोई आश्चर्य होगा, ना कोई आनंद और ना कोई अचरज, अब आप एक मृत जीवन जियेंगे | OSHO
जब मैं कहता हूँ कि आप देवी-देवता हैं, तो मेरा मतलब होता है कि आप में, अनंत संभावनाएं है आपकी, क्षमताएं अनंत हैं | OSHO
मित्रता शुद्धतम प्रेम है , ये प्रेम का सर्वोच्च रूप है, जहाँ कुछ भी नहीं माँगा जाता , कोई शर्त नहीं होती जहां बस, देने में आनंद आता है | OSHO
मूर्ख दूसरों पर, हँसते हैं बुद्धिमान, खुद पर | OSHO
कोई चुनाव मत करिए जीवन, को ऐसे अपनाइए जैसे, वो अपनी समग्रता में है | OSHO
अगर आप सच देखना, चाहते हैं तो ना, सहमती और ना, असहमति में राय रखिये | OSHO
केवल वो लोग जो कुछ भी, नहीं बनने के लिए तैयार हैं, प्रेम कर सकते हैं | OSHO